प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए | Jashn Milad Asa Gaj Waj Ke Manana Ae Lyrics

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए | Jashn Milad Asa Gaj Waj Ke Manana Ae Lyrics

 

सरकार की आमद ! मरहबा !

दिलदार की आमद ! मरहबा !

 

आक़ा की आमद ! मरहबा !

दाता की आमद ! मरहबा !

ज़रा झूम के बोलो! मरहबा !

ज़रा प्यार से बोलो ! मरहबा !

ज़रा झूम झूम के, प्यार प्यार से

बोलो बोलो बोलो बोलो ! मरहबा !

 

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

मँगिए की रब तों हुण थोड़ नहीं कोई, लोको!

माल ते दौलत दी सानूँ लोड़ नहीं कोई, लोको !

मिल गया प्यार ओहदा कीह होर कमाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

लोकी विक जांदे एह शान वी ओहदी ए

जिंद दी कोई गल नई एह जान वी ओहदी ए

सब कुझ असा मदनी आक़ा तों लुटाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्तफ़ा

मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्तफ़ा

 

पावें लाए फ़त्वे ते पावें टोक दी रेह

पावें लखवारी एह दुनिया रोक दी रेह

जश्न दा मौक़ा ए असाँ घर नूँ सजाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

कोई ते कम चँगा इस दुनिया ते कर जाइए

क्यूँ न, फ़ारूक़ी ! ओहदे असाँ ‘इश्क़ च मर जाइए

उज वी ते इक दिन असाँ इस दुनिया तों जाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

प्यार दा ए रिश्ता हर साल निभाना ए

जश्न-ए-मीलाद असाँ गज वज के मनाना ए

 

मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्तफ़ा

मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्तफ़ा

 

सरकार की आमद ! मरहबा !

दिलदार की आमद ! मरहबा!

 

आक़ा की आमद ! मरहबा !

दाता की आमद ! मरहबा !

ज़रा झूम के बोलो! मरहबा !

ज़रा प्यार से बोलो ! मरहबा !

ज़रा झूम झूम के, प्यार प्यार से

बोलो बोलो बोलो बोलो ! मरहबा !

 

Naat Khwan: Qari Shahid Mahmood Qadri

Lyrics: Sohail Kaleem Farooqi

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