दर्दे इसियाँ से रिहा होने का चारा मांगो Lyrics

दर्दे इसियाँ से रिहा होने का चारा मांगो Dard e Isiyan Se Riha Hone Ka Chaara Maango । Hindi Lyrics

Qawwal: Ustad Nusrat Fateh Ali Khan

Hindi | English

या रब ब तुफ़ैल ए रसूल उस् सक़लैन

या रब ब तुफैल ए फ़ातहे बद्र ओ हुनैन

इसियाने मरा दो हिस्सा कुन दर अरासात

नीमे ब हसन व बख्श नीमे ब हुसैन

 

इसियां से कभी हमने किनारा न किया

और तूने दिल आज़ुर्दा हमारा न किया

हमने तो जहन्नुम की बहुत की तजवीज़

लेकिन तेरी रहमत ने गवारा न किया

 

कोई कहता है के काबे में ख़ुदा रहता है

कोई कहता है सरे अर्श ए उला रहता है

हम फकीरों का अक़ीदा है, वो माबूद ए अज़ीम

अपने महबूब के जलवों में छुपा रहता है

 

मोमिन कभी ग़मनाक नहीं हो सकता

और रफ़्ता ए इदराक नहीं हो सकता

सरकार ए मदीना की मोहब्बत के वग़ैर

इन्सान का दिल साफ़ नहीं हो सकता

 

करम का सिलसिला है कैफ़, मेरे जुर्म ए बेहद का

के मैं मुजरिम सही पर नाम लेवा हूं मुहम्मद ﷺ का

 

दर्दे इसियाँ से …

दर्दे इसियाँ से … इसियाँ से..

दर्दे इसियाँ से … दर्दे इसियाँ से …

दर्दे इसियाँ से रिहा होने का चारा मांगो

 

दर्दे इसियाँ से रिहा होने का चारा मांगो

मांगने वालो मुहम्म्द ﷺ का सहारा मांगो

 

रोज़ ए महशर से ना घबराओ तड़पने वालो ..

रोज़ ए महशर से ना घबराओ

रोज़ ए महशर से ना घबराओ…

 

करम बन कर, वफ़ा बन कर, सख़ा बन कर, अ़ता बन कर

ख़ुदा का नूर उतरा आसमां से मुस्तफा बनकर

रोज़ ए महशर से ना घबराओ

रोज़ ए महशर से ना घबराओ…

 

इधर आओ, इधर आओ मुहम्मद मुस्तफा ﷺ वालो

मुहम्मद मुस्तफा ﷺ वालो को जन्नत ढूंढती होगी

रोज़ ए महशर से ना घबराओ

रोज़ ए महशर से ना घबराओ…

 

महशर में वोही जिन्स खरीदेंगे मुहम्मद ﷺ

जिस जिन्स का कोई भी खरीदार न होगा

अब ना घबराओ

रोज़ ए महशर से ना घबराओ

रोज़ ए महशर से ना घबराओ…

 

रोज़ ए महशर से ना घबराओ तड़पने वालो

मेरी सरकार की रहमत का इशारा मांगो ..

 

साक़िए तैयबा का हर जाम सदा देता है

साक़ी ए तैबा .. तैबा..

साक़ी ए तैबा .. तैबा..

 

ख़राबातियो मै परस्ती करो

मुहम्मद ﷺ कहो और मस्ती करो

साक़ी ए तैबा .. तैबा..

साक़ी ए तैबा .. तैबा..

 

अफलाक़ से खेंची जाती है, तैबा से मंगाई जाती है

तौहीद की मै साग़र से नहीं, आंखों से पिलाई जाती है

वो हैं, साक़ी ए तैबा .. तैयबा..

साक़ी ए तैबा .. तैयबा..

 

साक़िए तैयबा का हर जाम सदा देता है

जीना चाहो तो मदीने का नज़ारा मांगो

 

और मांगो न ज़हूरी कोइ बस इसके सिवा

अपने अल्लाह से अल्लाह का प्यारा मांगो

  • Comment में राय दीजिए
  • Share कीजिए

Hindi And English lyrics

| Qawwali |

| Sabri Brothers | Nusrat Fateh Ali Khan | Rahat Fateh Ali Khan | Aziz Miyañ | Ghous Muhammad Nasir

| Naat-E-Paak|

| Khalid Mahmud ‘Khalid’ | Ajmal Sultanpuri Naat  | Ala Hazrat NaatAkhtar Raza Khan| Raaz Ilaahabadi | Muhammad Ilyas Attari | Sayyad Nazmi Miyan

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *