मोहब्बत की हो तो जानो /Mohabbat Ho To Jano Lyrics

मोहब्बत की हो तो जानो

Mohabbat Ho To Jano Lyrics Hindi

 

अगर आग दिल में लगी हो तो जानो
तख़ैय्युल में हलचल मची हो तो जानो
कभी फ़ांस दिल में चुभी हो तो जानो
नशेमन पे बिजली गिरी हो तो जानो

मोहब्बत कभी तुमने की हो तो जानो
तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
शाहे सुल्तां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

रोके से क़यामत रुक जाए
पर रोक न दिल का मुश्किल है
कुछ भी ना सुनाई देता है
जिस वक़्त मोहब्बत होती है
होती है, होती है

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
शाहे सुल्तां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

ऐ वाइज़ ए नादां क्यूं करता है तू रोज़े क़यामत का चर्चा
जब रोज़ निगाहें मिलती हैं यहां रोज़ क़यामत होती है

होती, होती है
तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
शाहे सुल्तां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

खुशामद से, तलब से ना किसी मिन्नत से मिलती है
मोहब्बत ऐसी दौलत है तेरी रह़मत से मिलती है

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
शाहे सुल्तां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

ऐ चारागर ना पूछ हमारे जिगर की चोट
पत्थर भी टूट जाता है खा कर नज़र की चोट
ये उम्र भर का दाग़ है और उम्र भर की चोट
तीरों का ज़ख़्म हो तो करूं इसका कुछ इलाज
इसका इलाज क्या करूं ये है नज़र की चोट

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
जाने जानां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

मोहब्बत में हमेशा ज़िन्दगी बर्बाद रहती है
ये सब कुछ है मगर फिर भी तुम्हारी याद रहती है

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
जाने जानां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

ऐ शैख़ जी बस जाइए मुर्शिद की बस्ती आ गई
बुत परस्ती करते – करते हक़ परस्ती आ गई

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
जाने जानां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

मोहब्बत जब सुकूने जिंन्दगी बर्बाद करती है
तो लब खामोश रहते हैं नज़र फ़रियाद करती है

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो जानो
जाने जानां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

इश्क़ वालों के फ़क़त दो ही पते होते हैं
घर में खाने को नहीं कपड़े फटे होते हैं

तुमने की हो तो जानो
मोहब्बत की हो तो
जाने जानां से मोहब्बत तुमने की हो तो जानो

 

जुनूं ने मुझे किस जगह लाके छोड़ा
जहां ज़र्रे ज़र्रे में है उनका जल्वा
मेरे राज़ को कोई अब तक न समझा
अरे हंसने वालों तुम्हारी ये दुनिया
हमारी तरह लुट गई हो तो जानो

लुट गई हो तो जानो
लुट गई हो तो जानो
देखो मोहब्बत की दुनिया लुट गई हो तो जानो

 

जो दिल को दे गई इक दर्द उम्र भर के लिए
तड़प रहा हूं अभी तक उसी नज़र के लिए

वही आबले हैं वोही जलन
कोई शोज़ ए दिल में कमी नहीं
जो लगा के आग गए हो तुम
वो लगी हुई है बुझी नहीं

 

जो मैं ऐसो जानती जो प्रीत करे दुख होए
सो नगर ढिंढोरा पीटती प्रीत ना करियो कोए

लुट गई हो तो जानो
लुट गई हो तो जानो
देखो, मोहब्बत की दुनिया लुट गई हो तो जानो

 

Qawwal: Tahir Chishti


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