बन गयी बात उनका करम हो गया कव्वाली लिरिक्स
कव्वाल: साबरी ब्रदर्स
एलबम: सूफियाना सफ़र
शायर: नियाज़ी
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नबी के इश्क़ ने जिसको हसीं बनाया है
वोही फरीद, वोही ख़्वाजा बन के आया है
जहां कहीं भी क़दम मेरा डगमगाया है
सहारा देने करम आप ही का आया है।
बन गयी बात उनका करम हो गया
बन गयी बात उनका करम हो गया
शाखे नख्ले तमन्ना हरी हो गई
बन गयी बात उनका करम हो गया
शाखे़ नख़्ले तमन्ना हरी हो गई
बन गई बात
मेरी बन गई बात
मेरी बन गई बात
मेरी बन गई बात
जब मौज पे आयीं वो लहरें, क़तरे को समन्दर कर डाला
ये उनकी रीत पुरानी है, जिसे ख़ाली देखा भर डाला
मेरे काली कमली वाले ने, क्या क्या न जहां में कर डाला
ये देन है मेरे आक़ा की, मंगतों को कमंगर कर डाला।
बन गई बात
हो बन गई बात
मेरी बन गई बात
बन गई बात उनका करम हो गया
बन गई बात उनका करम हो गया
शाखे़ नख़्ले तमन्ना हरी हो गई
शाखे़ नख़्ले तमन्ना हरी हो गई
आ …
बन गई बात उनका करम हो गया
शाखे़ नख़्ले तमन्ना हरी हो गई
मेरे लब पर मदीने का नाम आगया
मेरे लब पर मदीने का नाम आगया
बैठे बैठे मेरी हाज़री हो गई।
बैठे बैठे मेरी हाज़री हो गई।
मेरे लब पर मदीने का नाम आगया
बैठे बैठे मेरी हाज़री हो गई।
बन गई बात उनका करम हो गया।
जब मैं पहुंचा दरे शाहे लौलाक पर
जब मैं पहुंचा दरे शाहे लौलाक पर
झुक गया ख़ुद ब ख़ुद उनकी चौखट पे सर
झुक गया ख़ुद ब ख़ुद उनकी चौखट पे सर
झुक गया ख़ुद ब ख़ुद उनकी चौखट पे सर
आ…
जब मैं पहुंचा दरे शाहे लौलाक पर
झुक गया ख़ुद ब ख़ुद उनकी चौखट पे सर
गै़ब से आई आवाज़ ओ बेखबर
गै़ब से आई आवाज़ ओ बेखबर
जा तेरी खोटी क़िस्मत खरी हो गई।
गै़ब से आई आवाज़ ओ बेखबर
जा तेरी खोटी क़िस्मत खरी हो गई।
बन गई बात उनका करम हो गया।
झोके ठंडी हवाओं के आने लगे
झोके ठंडी हवाओं के आने लगे
लोग आंखों पे अपनी बिठाने लगे
लोग आंखों पे अपनी बिठाने लगे
आ…
झोके ठंडी हवाओं के आने लगे
लोग आंखों पे अपनी बिठाने लगे
मेरी जिस दिन से ऐ ताजदारे हरम
मेरी जिस दिन से ऐ ताजदारे हरम
दोस्तों से तेरे दोस्ती हो गई।
मेरी जिस दिन से ऐ ताजदारे हरम
दोस्तों से तेरे दोस्ती हो गई।
बन गई बात उनका करम हो गया।
मुझ पे कितना नियाज़ी करम हो गया
मुझ पे कितना नियाज़ी करम हो गया
लोग कहने लगे पंजेतन का गदा
लोग कहने लगे पंजेतन का गदा
आ …
मुझ पे कितना नियाज़ी करम हो गया
लोग कहने लगे पंजेतन का गदा
इस घराने का जबसे मैं नौकर हुआ
इस घराने का जबसे मैं नौकर हुआ
सबसे अच्छी मेरी नौकरी हो गई।
इस घराने का जबसे मैं नौकर हुआ
सबसे अच्छी मेरी नौकरी हो गई।
आ …
इस घराने का जबसे मैं नौकर हुआ
सबसे अच्छी मेरी नौकरी हो गई।
नौकरी हो गई
नौकरी हो गई
नौकरी हो गई।
Nusrat Fateh Ali Khan
Aziz Miyan