मेरे सरकार आए लिरिक्स | बारह रबी उल अव्वल के दिन

मेरे सरकार आए लिरिक्स | बारह रबी उल अव्वल के दिन | Mere Sarkar Aaye lyrics in Hindi | Barah Rabi ul Awwal Ke Din Abr-e Baharañ Chhaye Hindi Lyrics | Rabiul Awwal Naat

Qawwal : Farid Ayaaz


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मेरे सरकार आए

 

ज़मीं बोली के सरदार ए पयंबर आने वाला है
फ़लक बोला के हक़ का ख़ास दिलबर आने वाला है
मलक बोले के रहमत का समंदर आने वाला है
फिर कहा हूरों ने जग में बंदा परवर आने वाला है
सितारे आचुके अब माह ए अनवर आने वाला है

अभी जिबरील उतरे भी न थे काबे के मिंबर से
के इतने में सदा आई ये अब्दुल्लाह के घर से

 

बारह रबी उल अव्वल के दिन
अब्र ए बहारां छाए

मेरे सरकार आए

 

आमना तेरे घर आकर
जिबरील पयाम ये लाए

मेरे सरकार आए

 

दूर हुआ दुनिया से अंधेरा
आए आक़ा हुआ सवेरा

अब्दुल्ला के घर आंगन
खुशियों के बादल छाए

मेरे सरकार आये

 

सूनी थीं मक्के की गलियां
सूखी थीं गुलशन में कलियां

उनके करम से चारों जानिब
हो गए नूर के साए

मेरे सरकार आये

 

मुश्किल तेरी टल जाएगी
सूखी खेती फल जाएगी
दाई हलीमा तेरे
सोए भाग जगाने आए

मेरे सरकार आये

 

जो हैं सब नबियों के सरवर
जाने मसीहा ख़िज़्र के रहबर
झोली भरना काम है जिनका
आज वो दाता आए

मेरे सरकार आये

 

मुझको निदा आयी यह मोहसिन
दुनिया को बतला दे मोहसिन
जो है नबी का चाहने वाला
अपने घर को सजाए

मेरे सरकार आये

 

ख़बरम रसीदा इमशब के निगार ख़्वाही आमद
सरे मन फ़िदा ए राहे के सवार ख़्वाही आमद

मेरे सरकार आए


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