हुदूद ए तायिर ए सिदरा हुज़ूर जानते हैं लिरिक्स | Hudude Tair Sidra Hindi Full Lyrics
Shayar : Alhaj Sarwar Hussain Naqshbandi
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हुदूद ए तायिर ए सिदरा हुज़ूर जानते हैं
हुदूद ए तायिर ए सिदरा हुज़ूर जानते हैं,
कहां है अर्श ए मुअल्ला हुज़ूर जानते हैं।
हर एक हर्फ़ ए तमन्ना हुज़ूर जानते हैं,
तमाम हाल दिलों का हुज़ूर जानते हैं।
उन्हें ख़बर है कहीं से पढ़ो दुरूद उन पर,
तमाम दह्र का नक़्शा हुज़ूर जानते हैं।
बरोज़ ए हश्र शफ़ाअ़त करेंगे चुन चुन कर,
हर इक ग़ुलाम का चेहरा हुज़ूर जानते हैं।
बरोज़ ए हश्र शफ़ाअ़त करेंगे वो, लेकिन
अगर हुआ ये अक़ीदा “हुज़ूर जानते हैं”।
मैं इस यक़ीन से निकला हूं हाज़िरी के लिए,
मेरे सफ़र का इरादा हुज़ूर जानते हैं।
बुला भी सकते हैं वो और आ भी सकते हैं,
के दूरियों को मिटाना हुजूर जानते हैं।
मैं मांगता हूं उन्हीं से उन्हीं से मांगता हूं,
हुज़ूर पर है भरोसा हुज़ूर जानते हैं।
ख़ुदा ने इसलिए क़ासिम उन्हें बनाया है,
कि बांटने का क़रीना हुजूर जानते हैं।
पहुंच के सिदरा पे रूहुल अमीन कहने लगे
“यहां से आगे का रास्ता हुजूर जानते हैं”।
क़यामत आएगी कब उनको इ़ल्म है ‘सरवर’,
ज़ुहूर-ए-“कुन” का भी लम्हा हुज़ूर जानते हैं।
सिखाई हमको सहाबा ने बात यह ‘सरवर’
के जानता है ख़ुदा या हुज़ूर जानते हैं।
कहेंगे ख़ुल्द में ‘सरवर‘ नबी के दीवाने,
ज़रा वह नात सुनाना “हुजूर जानते हैं”।
नातख्वा : सरवर हुसैन नक़्श बंदी, उवैस क़ादरी, खालिद हसनैन खालिद, क़ारी शाहिद महमूद, राहत फतेह अली खान, ज़ुल्फ़िकार हुसैनी, हाफ़िज़ अहमद रजा कादरी, वगैरह