Ujala Jiska Hai Do Jahan Me Lyrics
उजाला जिसका है दो जहां में
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
उजाला जिसका है दो जहां में
वो मेरे आक़ा की रौशनी है!!
उन्हीं के क़दमों की बरकतों से
ये ज़िन्दगी आज ज़िन्दगी!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
दुरूद पढ़ना सलाम पढ़ना
हर एक पल उनका नाम पढ़ना!!
जो अर्ज़ करना उन्हीं से करना
सिखाया रब ने हमें यही है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वो खुशबू-ए-ज़ुल्फ़-ए-मुस्त़फ़ा है
के मुश्क भी है हेच जिसके आगे!!
महकती कलियां ये कह रही हैं
सवारी उनकी अभी गई है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
उन्ही का चर्चा है आस्मां पर
ज़मीं पे भी ज़िक्र है उन्हीं का!!
हर एक गुल में हर इक कली में
महक उन्हीं की बसी हुई है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
हिसाब का दिन कठिन तो होगा
मगर हमें उनका आसरा है!!
वो आ ही जाएंगे बख़्शवाने
शफ़ाअ़त उनको अ़ता हुई है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
निसार तेरी चहल पहल पर
हजारों ईदें रबी उल अव्वल!!
सिवाय इब्लीस के जहां में
सभी तो खुशियां मना रहे हैं!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
कहां है दुनिया में शहर ऐसा
मदीने जैसा मदीने जैसा!!
है फ़ख़रे् जन्नत ज़मीं का टुकड़ा
जहां पे लहद-ए-नबी बनी है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
गुनाहगारो के हक़ में रहमत
परहेज़गारों के हक़ में राहत!!
वो ज़ात-ए-अक़दस के जिसकी शफ़क़त
हर इक पे यकसां बरस रही है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वो सरवर-ए-किशवर-ए-रिसालत
वो कान-ए-राहत वो जान-ए-रहमत!!
वो शाने अज़मत कि ख़ुद ख़ुदा ने
क़ुरआं में जिनकी गवाही दी है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
ये चांद सूरज सितारे सारे
उन्हीं के जल्वों का फ़ैज़ पाए!!
शफ़क़ के गालों पे जो है सुर्ख़ी
उन्हीं के तल्वों रौशनी है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वो सब्ज़ गुंबद वो उनका रौज़ा
वो उनकी मस्जिद का गोशा गोशा!!
क़दम क़दम पर लगे है ऐसा
फ़लक से जन्नत उतर पड़ी है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वो क्यारी जन्नत की प्यारी प्यारी
वो उनकी मेहराब उनका मिम्मर!!
ना क्यूं मुनव्वर हो चप्पा चप्पा
ये रब के महबूब की गली है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
बलीग़ वो हैं बलाग़तों का
है क़ाफ़िया तंग उनके आगे!!
फ़सीह वो हैं फ़साहतों को
उन्हीं के दर से ज़ुबां मिली है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वोही हैं आसिफ़ वोही है वासिफ़
वोही है आतिफ़ वोही हैं काशिफ़!!
वो अहमद-ए-मुज्तबा के जिनको
अमानत-ए-अम्बिया मिली है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
वोही हैं अहमद, वोही मोह़म्मद
वोही हैं मह़मूद, वोही हैं हामिद!!
हमीद वो हैं, सईद वो हैं
उन्हीं से नज़मी की लौ लगी है!!
सल-लल्लाहो अला मोहम्मद
सल-लल्लाहो अलैहि वसल्लम
Ujala Jiska Hai Do Jahan Me Lyrics In Hindi
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