Momino Haj Ka Zamana Aa Gaya Lyrics
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
लब पे खुशियों का तराना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
चार सू उनकी अदाएं हो अदा
इसलिए हज का समां पैदा किया
और अदा करने ज़माना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
प्यास आंखों की बुझाई जाएगी
दीद की ख़ैरात बांटी जाएगी
सुन के हर कोई दिवाना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
क़ाबातुल्लाह पर नज़र पहली गई
जो भी लब पर हो दुआ पूरी हुई
हाथ दो जग का खज़ाना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
ग़ार ए सोर-ओ-कोह-ए-मरवा ओ सफ़ा
वो ओहोद और बद्र वो ग़ार-ए-हिरा
और मिना का शामियाना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
गुम्बद-ए-ख़ज़रा की वो हरियालियां
सामने होंगी सुनहरी जालियां
रश्क-ए-जन्नत-आस्ताना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
आ सका वैसे न ताहिर आपका
ख्याल में मरता है ज़ायिर आपका
इस दफ़ा भी तायिराना आ गया
मोमिनों हज का ज़माना आ गया
Recited by: Zeeshan Arif
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