Farhan Ali Waris | Shah Ast Hussain Lyrics

Farhan Ali Waris | Shah Ast Hussain Lyrics

English Lyrics

 

हुसैन मौला हुसैन

हुसैन मौला हुसैन

 

ये मोजज़ा जहान को दिखा दिया हुसैन ने

ज़मीन को ही आसमां बना दिया हुसैन ने

यज़ीद का तो नाम क्या निशान भी नहीं रहा

उसे तो ऐसा ख़ाक में मिला दिया हुसैन ने

हुसैन हुसैन या हुसैन ×2

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

हक़्क़ा के बिनाए ला-इलाह अस्त हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

गुज़री हसीन ज़िन्दगी इस आन-बान से

तौहीद बोलती रही तेरी ज़ुबान से

बटते हैं जन्नतों के घर तेरे मकान से

सरे अ़र्श तेरा लहराये अलम

सरे अ़र्श तेरा लहराये अलम

कोई तुझसा नहीं कौनैन में सुल्तान हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

हक़्क़ा के बिनाए ला-इलाह अस्त हुसैन

तेवर हसीन और हसीन अंदाज़ ए गुफ़्तगू

ऐसे बने सजे हुए अल्फ़ाज़ ए रूबरू

जैसे नमाज़ी बैठे हों मस्जिद में बा-वुज़ू

 

लगता है हमें वो तेरा बयां

लगता है हमें वो तेरा बयां

जब पढ़ते हैं हम सूराह ए रह़मान हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

मवालियों को शहन्शाह ए मशरिक़ैन मिले

नबी ओ फ़ातिमा मुर्तज़ा का चैन मिले

मेरी दुआ है कि मह़शर तल्ख लम्हों में

तुम्हें यज़ीद मिले और हमें हुसैन मिले

लिक्खा हुआ है खून से सर ज़ीना ए हदीद

कर्बोबला के दश्त में हुआ मार्का शदीद

ज़िन्दा मेरा हुसैन है मारा गया यज़ीद

जो शाम-ओ-सहर होती है अज़ां

होता है ये तेरी जीत का ऐलान हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

हक़्क़ा के बिनाए ला-इलाह अस्त हुसैन

काटा गले से तेग़ का तू ने गला हुसैन

क़ाइम है दो जहान पे तेरा दबदबा हुसैन

नारा है तेरी फ़ौज़ का लबबैक या हुसैन

हर अहले अज़ां हर मोमिन के

यही नारा लबों पे रहता है हर आन हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

बे घर ख़ुदा के दीन को देखा तो घर दिया

नबियों से जो ना हो सका वो काम कर दिया

सजदों से तूने खाना ए काबा को भर दिया

अज़ रोज़े अज़ल ता रोज़े अबध

अज़ रोज़े अज़ल ता रोज़े अबध

है सारे ज़मानों पर तेरा ऐहसान हुसैन

]

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

हक़्क़ा के बिनाए ला-इलाह अस्त हुसैन

ईमां की रूह इश्क़ का काबा हुसैन है

पढ़ता है जिसको दीन वो कलमा हुसैन है

जिसको ख़ुदा मनाए वो बन्दा हुसैन है

इस बात से ये भी साबित है

इस बात से ये भी साबित है

तुझ पर है बहुत अल्लाह को भी मान हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

उसकी निगाह में तेरा रुतबा बुलन्द है

कुरआन तेरा आज भी एहसान मन्द है

बातिल की उसके सामने आवाज़ बन्द है

हर मजलिस में हर महफ़िल में

हर मजलिस में हर महफ़िल में

बस तेरी ही बातें करता है कुरआन हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

अब्बास भी हुसैन है अकबर भी है हुसैन

ज़हरा का लाल नूर का पैकर भी है हुसैन

कुल कायनात ए हुस्न का महवर भी है हुसैन

तुझ जैसा हसीं कोई भी नहीं

तुझ जैसा हसीं कोई भी नहीं

हैं तुझ पे फ़िदा ये गौहर-ओ-फ़रहान हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

सरदाद ना दाद दस्ते दर दस्ते यज़ीद

हक़्क़ा के बिनाए ला-इलाह अस्त हुसैन

 

शाह अस्त हुसैन

बादशाह अस्त हुसैन

दीं अस्त हुसैन

दीं पनाह अस्त हुसैन

 

Farhan Ali Waris | Shah Ast Hussain Lyrics Hindi


Our Pages


Manqabat Shahidan e Karbala | Nohay Lyrics|

Naat-E-Paak         

Manqabat Ghaus e Azam

Manqabat Ghareeb Nawaaz

Naat Khwan:

         Qawwali         

Manqabat Shahidan e Karbala | Nohay Lyrics|

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *