Armano Ke Phool Khilenge Lyrics | 26 January 2023 | हम सबका है हिंदुस्तान
हिंदुस्तान हिंदुस्तान
हिंदुस्तान हिंदुस्तान
मेरा वतन है प्यारा प्यारा
हम सबका है हिंदुस्तान
अरमानों के फूल खिलेंगे, हर शहरी मुस्काएगा
हिंदुस्तान हमारा! रश्क-ए-जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे, हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्क-ए-जन्नत फिर कहलाएगा।
“सुरमा-चंदन मिट्टी इसकी”, आबा का यह कहना था
आज़ादी हासिल करने ज़ंजीर का गहना पहना था
जान का नज़राना देकर इस गुलशन में ही रहना था
इश्क़ का मंतर ऐसा कोई जब जब भी दोहराएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्क-ए-जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्क-ए-जन्नत फिर कहलाएगा।
हिंदू-मुस्लिम-सिख़-ईसाई रहते हैं ख़ुशहाल यहां
हिम्मत-ए-अज़्म से क़ायम रहता है अपना इक़बाल यहां
कन्याकुमारी से कश्मीर तलक है इक सुर-ताल यहां
जो इक बार यहां आया, यां का होकर रह जाएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान
हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान
हर इक जल्वा नक़्शा-ए-अव्वल, नग़मा ये मस्ताना है
नूर-ओ-इशरत की तारीख़ों से पुर, ये अफ़साना है
इस धरती का जो दीवाना है, बस वो फ़रज़ाना है
मेहर-ओ-माह को हुस्न से अपने, सदियों ये भरमाएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अज़मत ए गंगा, शौकत ए हंपी, और सहरा ए थार की आन
हुस्न ए अजंता और एलोरा, ताजमहल की अपनी शान
टीपू-गांधी-नेहरू-जौहर लक्ष्मीबाई की ये जान
दोबारा सोने की चिड़िया का क़िस्सा दोहराएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
आज़ादी जमहूर ओ क़ुब्बत का ऐसा इंतज़ाम रहे
अद्ल-ओ-आईं की मय छलके कस्तूरी वो जाम रहे
तर्ज़े हुकूमत हो वो मिसाली हिन्द का ऊंचा नाम रहे
शाही ऐवानो को अपने जश्न ए जमहूरी ललकारेगा।
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
पास-ए-नबी हमको दाइम हो ह़क़ का हम ऐलान बनें
थाम लें अपने रब की रस्सी और कामिल इन्सान बनें
देश हमारी शान है और हम अपने देश की शान बनें
देख के बातिल अपना ज़ाइम झिझकेगा शर्माएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
शब की तहरीरों पे क़ाबिज़ नूरानी सी तहरीरें
नस्ल-ए-नौ के हाथ तरक्की की हैं ऐसी तस्वीरें
कल तक ख़्वाब जो देखे उनकी हासिल होंगी ताबीरें
खुश रंग ओ सर-मस्त तिरंगा हरसू फिर लहराएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
तेरी अज़मत ता-ब-अबद हो नाम हो तेरा रख़शंदा
दह्र में तेरा औज सलामत ताबिन्दा और पाइन्दा
दिल का मांझी तू है और तू ही नूर ए आइन्दा
मिट्टी सोना उगलेगी और बादल हुन बरसाएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
अरमानों के फूल खिलेंगे हर शहरी मुस्कुएगा
हिंदुस्तान हमारा रश्के जन्नत फिर कहलाएगा।
हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान
हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान हिंदुस्तान
Singer: Abdul Hadi & Mohammad Yusuf
Republic day Special 2023
26 January 2023 New Kalam
Related Post:
तू वतन हमारा है हमें जान से प्यारा है