मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है कव्वाली लिरिक्स

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है कव्वाली लिरिक्स
Mera Peer Baadhsha Hai Mera Peer Shahinshah Hai Lyrics in Hindi

कव्वाल : ग़ुलाम साबिर ग़ुलाम वारिस

English Lyrics  |  हिंदी लिरिक्स

 

 

मुर्शिद की इनायत से मिला क्या नहीं मुझे
दुनिया के बादशाहों की परवह नहीं मुझे

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

कहता है मेरे पीर का हर इक ग़ुलाम है
दुनिया के बादशाहों से ऊॅचा मक़ाम है

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है .. ..

 

है पीर के दामन में तो अल्लाह की रहमत
मैं क्या करूंगा लेके ज़माने की हुकूमत
मुझको मिले रसूल भी मुर्शिद के करम से
है मुर्शिद ए कामिल की इनायत ही इनायत

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

हासिल है मुझे पीर की निस्बत की असीरी
करता हूं उसके दर की फ़क़ीरी में अमीरी

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

देखूं ख़ुदा के नूर को मुर्शिद की जबीं पर
चमका दिया है पीर ने तो मेरा मुक़द्दर
मुर्शिद के दर की मुझको मिली जब से ग़ुलामी
मुझको बनाया पीर ने क़िस्मत का सिकंदर

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

पहुंचाया मेरे पीर ने मंजिल पे हमेशा
करता हूं नाज़ मुर्शिद ए कामिल पे हमेशा

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

सदक़े मैं जाऊं पीरे तरीक़त के हमेशा
चलना मुझे सिखाया शरीअ़त पे हमेशा
अल्लाह की रहमत का लुटाता है ख़ज़ाना
है नाज़ मुझे पीर की निस्बत पे हमेशा

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

क़िस्मत से मुझे पीर ए तरीक़त वोह मिला है
तन-मन को मेरे रंग शरीअ़त में रंगा है

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

रंगे अली में ऐसा रंगा मेरे पीर ने
एहसान पे एहसान किया मेरे पीर ने
शाहे अरब की भीख मिली मेरे पीर से
सुन ली मेरी हर एक दुआ मेरे पीर ने

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

ठुकरा दूं मुझे तख़्त ए सुलेमांं मिले अगर
बस पीर की निस्बत पे कहूं झूम-झूम कर

मेरा पीर बादशाह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

मुर्शिद का है दामाने करम जब से हाथ में
देखूं खुदा के जलवों को मुर्शिद की ज़ात में
आंखों में चेहरा बस गया है जबसे पीर का
जचता नहीं है कोई भी अब कायनात में

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

ऐसी निगाह डाल दी कामिल फ़कीर ने
दिल आईना बना दिया है मेरे पीर ने

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

ऐसी निगाह डाल दी मस्ताना कर दिया
ख़ुद शम्मा बन गए मुझे परवाना कर दिया
सदक़े मैं अपने पीर के जाऊं ना किस लिए
जलवा दिखा के पीर ने दीवाना कर दिया

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

उनकी नवाज़िशों का मैं कैसे बयां करूं
ख़ैरात लेने आया था सुल्तां बना दिया

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

मुर्शिद है मेरा सब्र ओ क़नाअ़त का उजाला
मुर्शिद का है अंदाज ए करम सबसे निराला
तारिक़ मेरे मुर्शिद ने सदा मुझको नवाज़ा
मस्ती में यही कहता है हर चाहने वाला

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

निस्बत के फूल खिल गए सांसों की लड़ी में
मुझको मिला खुदा मेरे मुर्शिद की गली में

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

नूर ए ख़ुदा के नूर की तनवीर मेरा पीर
हुस्न ए करम सरापा है तस्वीर मेरा पीर
मैं उसकी बारगाह से लौटा नहीं ख़ाली
रहमत ख़ुदा की है मेरी तक़दीर मेरा पीर

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ..

 

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह ..
मेरा पीर बादशा है मेरा पीर शहंशाह ..

 

मेरा पीर बादशह है मेरा पीर शहंशाह है ……

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