Sarkar Ka Milad Hai Lyrics | सरकार का मीलाद है | Muhammad Jami Raza Qadri

Sarkar Ka Milad Hai Lyrics 

सरकार का मीलाद है

New Rabiul Awwal Naat 2022

 

 

आए सरकार आए
मेरे दिलदार आए
मेरे ग़म ख़्वार आए
मरहबा या मुस्तफ़ा
मरहबा… मरहबा… मरहबा…मरहबा…

 

परचम लगाओ मीलाद है
घर को सजाओ मीलाद है,
खुद को सवारो खुशियां मनाओ
आख़िरी नबी का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़, सरकार का मीलाद है
रहमत की है छाई घटा, सरकार का मीलाद है।

मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद है
मरहबा मरहबा मरहबा या मन-हुदा

 

सारी मिटी है तीरगी, है रौशनी ही रौशनी
फ़ैली शहे दीं की ज़िया सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद

मेरे सरकार आए – मरहबा
मेरे दिलदार आए – मरहबा
मेरे गम ख़्वार आए – मरहबा
मेरे लाजपाल आए – मरहबा

 

झंडे हरे लहरा गए घर बार हैं सबके सजे
सारे जहां में है सदा सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्तफ़ा

 

है शादमानी की नवीद
ईदों से बढ़कर है ये ईद

इक बार फिर सजा है दरबार, मरहबा!
आए हैं अंबिया के सालार, मरहबा!
परचम उठा के उनका लब्बैक या नबी
लब पर है आशिक़ों के तकरार, मरहबा!
मंज़र है क्या सुहाना ईदों की ईद का
दुल्हन बना हुआ है संसार, मरहबा
घर-घर सजी हुई हैं महफि़ल दुरूद की
हर घर बना हुआ है गुलज़ार, मरहबा!
चमका जो बाग़-ए-तैबा बाम-ए-उरुज पर
सारे जहां में फैले अनवार, मरहबा!

है शादमानी की नवीद, ईदों से बढ़कर है ये ईद
ये जश्न है सबसे बड़ा, सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानो)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद

 

परचम लगाओ मीलाद है
घर को सजाओ मीलाद है
खुद को सवारों खुशियां मनाओ
आख़िरी नबी का मीलाद है
क्या जश्न है कैसी खुशी कह दो अगर पूछे कोई
ये जश्न है मीलाद का सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़, सरकार का मीलाद है
मरहबा मरहबा मरहबा या मन-हुदा
मरहबा मरहबा मरहबा या मुस्त़फ़ा

 

महबूब-ए-यज़दां आ गए, बुत सारे औंधे गिर पड़े
सजदे में है क़ाबा झुका, सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद

 

ऐ साइलों आगे बढ़ो मन की मुरादें मांग लो
बाब-ए-करम है आज वा, सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़, सरकार का मीलाद है
मरहबा मरहबा मरहबा या मन हुदा

 

फूलों में भी है ताज़गी शाख़ों में फैली नग़मग़ी
पैग़ाम ये लाई सबा सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद

 

सीरत पे हम सरकार की, “मिर्ज़ा” चलेंगे दाइमी
ये अज़्म है हमने किया, सरकार का मीलाद है।

(झूमों झूमों दीवानों)
हर सम्त है नूरी फ़जा़ सरकार का मीलाद है
मीलाद है मीलाद है सरकार का मीलाद

 

परचम लगाओ मीलाद है
घर को सजाओ मीलाद है,
खुद को सवारो खुशियां मनाओ
आख़िरी नबी का मीलाद है।

 

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