मैं नज़र से पी रहा हूं ये समा बदल न जाए
Main Nazar Se Pee Raha Hun Lyrics – Rahat Fateh Ali Khan
गायक :- उस्ताद राहत फतेह अली खान
शायर: अनवर मिर्ज़ापुरी
नज़र से नज़र अब मिलाई गई है ×2
मैं पीता नहीं था पिलाई गई है
मैं नज़र से पी रहा हूं
मैं नज़र से पी रहा हूं ये समा बदल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं ये समा बदल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं
मैं नज़र से पी रहा हूं , पी रहा हूं
तेरी नज़रों से पी है ख़ुदा की क़सम
उम्र सारी नशे में गुज़र जाएगी
पी रहा हु, मैं नज़र से पी रहा हूं
मैं नज़र से पी रहा हूं
पीने की आरज़ू न पिलाने की आरज़ू है
तुमसे फ़क़त निगाह मिलाने की आरज़ू है
पी रहा हूं, मैं नज़र से पी रहा हूं , पी रहा हूं
मेरी वादा नोशी के वास्ते
कोई कै़द-ए-जाम-ओ-सुबू नहीं
मुझे कैफ़ रहता है हर घड़ी
ये तेरी निगाह की बात है
पी रहा हूं, मैं नज़र से पी रहा हूं ,
वो नज़र उठी तो मयखाने बने
मेरा दिल टूटा तो पयमाने बने
मुद्दतो से आरज़ू थी होश की
होश आया तो दीवाने बने
पी रहा हूं, मैं नज़र से पी रहा हूं , पी रहा हूं
तेरे करम का भला क्या शुमार है
साकी जिसे भी देखे वही महव-ए-ख़ुमार है
साकी वो वादा नोश हूं मौत-ओ-हयात क्या
जिसका तेरी नज़र पे ही दारोमदार है साकी
पी रहा हूं, मैं नज़र से पी रहा हूं , पी रहा हूं
वो कोन है जो तेरे मयकदे से बच निकला
तेरी नज़र का तो आलम शिकार है साकी
पी रहा हूं, मैं नज़र से पी रहा हूं , पी रहा हूं
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
ना झुकाओ तुम निगाहें कही रात ढल न जाए
झुकी झुकी सी निगाहों ने ज़ुल्फ़-ए-बरहम ने
वो बात खोल के रख दी जो थी छुपाने की
न झुकाओ तुम निगाहें कही रात ढल न जाए
ये उड़ी उड़ी सी रंगत, ये खुले खुले से केसू
तेरी सुब्हा कह रही है तेरी रात का फ़साना
न झुकाओ तुम निगाहें कही रात ढल न जाए
मेरे अश्क भी है इसमें ये शराब उबल न जाए
मेरा जाम छूने वाले तेरा हाथ जल ना जाए
तेरा हाथ जल ना जाए तेरा हाथ जल ना जाए
अभी रात कुछ है बाक़ी ना उठा नक़ाब साकी
तेरा रिंद गिरते गिरते कही फिर सम्भल न जाए
मेरी ज़िन्दगी के मालिक मेरे दिल पे हाथ रख दे
तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल न जाए
मेरा दम निकल ना जाए, मेरा दम निकल ना जाए
मेरा दम निकल ना जाए
तेरे आने की ख़ुशी में मेरा दम निकल न जाए
मुझे फूकने से पहले मेरा दिल निकाल लेना
ये किसी की है अमानत मेरे साथ जल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
न झुकाओ तुम निगाहें कही रात ढल न जाए
ना झुकाओ तुम निगाहें कही रात ढल न जाए
मैं नज़र से पी रहा हूं, ये समा बदल न जाए
Hindi And English lyrics
| Naat-E-Paak|
Khalid Mahmud ‘Khalid’ | Allama Saim Chishti | Bedam Warsi | Ajmal Sultanpuri Naat | Ala Hazrat Naat | Akhtar Raza Khan| Raaz Ilaahabadi | Muhammad Ilyas Attari | Sayyad Nazmi Miyan
| Qawwali |
| Sabri Brothers | Nusrat Fateh Ali Khan | Rahat Fateh Ali Khan | Iqbal Afzal Sabri | Aziz Miyañ |Nazir Ejaz Faridi | Ghous Muhammad Nasir | Maulvi Ahmad Hasan |