ना तेरा खुदा कोई और है Original Lyrics – Najam sherzah
Na Tera Khuda Koi Aur Hai Hindi Lyrics – Original
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
क्यूं नहीं देखता इस जहान में
हर शैय ला-मह़दूद है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
जब उठी निगाह तो झुक गई
ये मामला कुछ और है
ये पहाड़ ओ दरख़्त और कायनात
सब झुके हुए हैं सुजूद पे
न तू बन सका, ना बना सका
वो ना फिर भी तुझसे जुदा हुआ
ये सब उसी के हैं फैसले
तू जान कर भी अंजान है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
क्यूँ शिर्क में है तू फंसा हुआ
क्यूँ नूर से तू दूर है
क्यूँ घूमता है यहां वहां
नहीं इला कोई और है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
जिसे ढूंढता है यहां-वहां
दिल में तेरे मौजूद है
जिसे मिल गया इक बार वो
उसी दिल में असर-ए-सुजूद है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
जो पढ़ा दिया इन्सान को
रहमान है रहीम है
जब पास थी तो किताब थी
पढ़ा दिया तो क़ुरआन है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
फिर इबादतों के हैं सिलसिले
फिर कुर्बतों के वो दौर हैं
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
फिर इबादतों के हैं सिलसिले
फिर कुर्बतों के वो दौर हैं
जो ना झुक सका वो ना पा सका
ये ही सिलसिला हर दौर है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
तू क्यूँ पूजता है इन्सान को
अल्लाह ही तो माबूद है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
तू क्यूँ पूजता है इन्सान को
अल्लाह ही तो माबूद है
फिर क्यूँ है तू ग़ुरुर में
जो ना झुक सका वो फ़िरऔन है
ना तेरा ख़ुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
इक बार तू फिर सोच ले
वो ही रब्बे अर्शे करीम है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
इक बार तू फिर सोच ले
वो ही रब्बे अर्शे करीम है
जो ना झुक सका वो मिट गया
ये ही सिलसिला हर दौर है
ना तेरा खुदा कोई और है
ना मेरा ख़ुदा कोई और है
ये जो रास्ते हैं जुदा-जुदा
ये मामला कोई और है
या रब मुझे तू बख्श दे
या रब मुझे तू बख्श दे
या रब मुझे तू बख्श दे
या रब मुझे तू बख्श दे
या रब मुझे तू बख्श दे
बंदा तो गुनाहगार है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
इसी आस पर पड़ा हूं मैं
सजदे में रब्बे करीम के
जो मैं गिर गया था मक़ाम से
तू तो रब्बे आली मुक़ाम है
अल्लाह! अल्लाह! अल्लाह!
रब्बना मग़फ़िर्लना
रब्बना मग़फ़िर्लना
रब्बना मग़फ़िर्लना
Artist: Najam sherzah
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