तजल्ली ए नूर ए क़िदम ए ग़ौस ए आज़म लिरिक्स इन हिंदी | Tajalli e Noor e Qidam Ghous e Azam Lyrics in Hindi | Manqabat Shah e Jilañ Lyrics
तजल्ली ए नूर ए क़िदम ए ग़ौस ए आज़म
तजल्ली ए नूर ए क़िदम ए ग़ौस ए आज़म
ज़िया ए सिराज उज़् ज़ुलम ग़ौस ए आज़म
तेरा हिल है तेरा हरम ग़ौस ए आज़म
अ़रब तेरा, तेरा अ़जम ग़ौस ए आज़म
करम आपका है अअ़म ग़ौस ए आज़म
इनायत तुम्हारी अतम ग़ौस ए आज़म
मुख़ालिफ़ हों गो सौ यदम ग़ौस ए आज़म
हमें कुछ नहीं इस का ग़म ग़ौस ए आज़म
चला ऐसी तेग़ ए दो दम ग़ौस ए आज़म
के अअ़्दा के सर हो क़लम ग़ौस ए आज़म
वोह इक वार का भी न होगा तुम्हारे
कहां है मुख़ालिफ़ में दम ग़ौस ए आज़म
तेरे होते हम पर सितम ढाएं दुश्मन
सितम है, सितम है, सितम ग़ौस ए आज़म
कहां तक सुनें हम मुख़ालिफ़ के ताने
कहां तक सहें हम सितम ग़ौस ए आज़म
बढ़े हौसले दुश्मनों के घटा दे
ज़रा ले-ले तेग़ ए दो दम ग़ौस ए आज़म
नहीं लाता ख़ातिर में शाहों को शाहा
तेरा बंदा ए बे-दिरहम ग़ौस ए आज़म
करम चाहिए तेरा तेरे गदा को
करम ग़ौस-ए-आज़म, करम ग़ौस-ए-आज़म
घटा हौसला ग़म की काली घटा का
बढ़ी है घटा दम-ब-दम ग़ौस ए आज़म
बढ़ा नाख़ुदा सर से पानी अलम का
ख़बर लीजिए डूबे हम, ग़ौस ए आज़म
करो पानी ग़म को, बहा दो अलम को
घटाएं बढ़ीं, हो करम ग़ौस ए आज़म
नज़र आए मुझको न सूरत अलम की
न देखूं कभी रूए ग़म ग़ौस ए आज़म
बढ़ा हाथ कर दस्तगीरी हमारी
बढ़ा अब्र-ए-ग़म दम-ब-दम ग़ौस ए आज़म
ख़ुदारा ज़रा हाथ सीने पे रख दो
अभी मिटते हैं ग़म-अलम गौसे आजम
खुदा ने तुम्हें महू-ओ-असबात बख्शा
हो सुल्ताने लौह ओ क़लम ग़ौस ए आज़म
है क़िस्मत मेरी टेढ़ी तुम सीधी कर दो
निकल जाएं सब पेच-व-ख़म ग़ौस ए आज़म
ख़बर लो हमारी के हम हैं तुम्हारे
करो हम पे फ़ज़्ल ओ करम ग़ौस ए आज़म
तुम ऐसे ग़रीबों के फ़रयाद रस हो
के ठहरा तुम्हारा अ़लम ग़ौस ए आज़म
ब-ऐ़न ए इ़नायत ब-चश्म ए करामत
बदा ज़रिया ए ना-चशम ग़ौस ए आज़म
तेरा एक क़तरा अवालम नुमा है
नहीं चाहिए जाम ए ख़म ग़ौस ए आज़म
कुछ ऐसा गुमा दे मोहब्बत में अपनी
के ख़ुद कह उठूं मैं मनम ग़ौस ए आज़म
जिसे चाहे जो दे जिसे चाहे ना दे
तेरे हाथ में है निअ़म ग़ौस ए आज़म
तेरा हुस्न ए नमकीं भरे ज़ख्म दिल के
बना मरहम ए हर दिलम ग़ौस ए आज़म
तरक़्क़ी करे रोज़ ओ शब दर्द ए लज़्ज़त
न हो क़ल्ब का दर्द कम ग़ौस ए आज़म
ख़ुदा रखे तुमको हमारे सरों पर
है बस इक तुम्हारा ही दम ग़ौस ए आज़म
दम ए नज़्अ़ सिरहाने आ जाओ प्यारे
तुम्हें देख कर निकले दम ग़ौस ए आज़म
तेरी दीद के शौक़ में जान जाए
खिंच आया है ऑंखों में दम ग़ौस ए आज़म
कोई दम के मेहमां हैं आ जाओ इस दम
के सीने में अटका है दम ग़ौस ए आज़म
दम ए नज़्अ़ आओ के दम आए दम में
करो हम पे यासीन दम ग़ौस ए आज़म
ये दिल ये जिगर है, ये ऑंखें ये सर है
जहां चाहो रखो क़दम ग़ौस ए आज़म
सर ए ख़ुद ब शमशीर ए अबरू फ़रोशम
ब मिज़़गां तो सीना ए अम ग़ौस ए आज़म
ब बेगान ए तीरत जिगर मी फरोशम
ब तीर ए निगाहत दिलम ग़ौस ए आज़म
दिमाग़म रसद बर सर ए अ़र्श ए आ़ला
ब पायत अगर सर निहम ग़ौस ए आज़म
मेरी सर बुलंदी यहीं से है ज़ाहिर
के शुद ज़ेर ए पायत सरम ग़ौस ए आज़म
लगा लो मेरे सर को क़दमों से अपने
तुम्हें सिर्र ए हक़ की क़सम ग़ौस ए आज़म
क़दम क्यों लिया औलिया ने सरों पर
तुम्हीं जानो इसके हिकम ग़ौस ए आज़म
किया फ़ैसला हक़ ओ बातिल में तुमने
किया हक़ ने तुमको हकम ग़ौस ए आज़म
तुम्हारी महक से गली कूचे महके
है बग़दाद रश्क ए इरम ग़ौस ए आज़म
करम से किया रहनुमा, रहज़नों को
इधर भी निगाहे करम गौसे आजम
मेरा नफ़्स सरकश भी रहज़न है मेरा
ये देता है दम, दम-ब-दम गौसे आज़म
दिखा दे तू इन्नी अ़ज़ूमुन के जलवे
सुना दे स़दा ए मनम ग़ौसे आज़म
मेरे दम को इसके दमों से बचा दे
करम कर, करम कर, करम ग़ौस-ए-आज़म
मैं हूं ना-तवां सख़्त कमज़ोर हद का
हैं जोरों चढ़े इस के दम ग़ौस ए आज़म
न हल्का हो पल्ला हमारा, न हम हों
न बिगड़े हमारा भरम ग़ौस ए आज़म
कहां तक हमारी ख़ताएं गिनेंगे
करें अ़फ़्व सब यक क़लम ग़ौस ए आज़म
हमारी ख़ताओं से दफ़्तर भरे हैं
करम कर के हों कुल अ़दम ग़ौस ए आज़म
तुम्हारे करम का है नूरी भी प्यासा
मिले यम से इसको भी नम ग़ौस ए आज़म
कलाम ए मुफ़ती आज़म हिंद
किताब : सामान ए बख़्शिश
Urdu Hindi And English lyrics
| Naat-E-Paak|
Khalid Mahmud ‘Khalid’ | Allama Saim Chishti | Bedam Warsi | Ajmal Sultanpuri Naat | Ala Hazrat Naat | Akhtar Raza Khan| Raaz Ilaahabadi | Muhammad Ilyas Attari | Sayyad Nazmi Miyan
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tajalli e noor e qidam ghouse azam lyrics in hindi,