सरे ला मकां से तलब हुई कव्वाली लिरिक्स
सरे ला मकां से तलब हुई सुए मुन्तहा वो चले नबी कव्वाली लिरिक्स कव्वाल: साबरी ब्रादर्स शायर: हज़रत अम्बर अ़ली शाह वारसी | English Lyrics | | اردو میں پڑھیں | ऐ ख़त्मे रुसुल काबए मक़सूद तुई दर सूरते हर चे हस्त मैजूद तुई आयाते कमाले ह़क़ अयां नस्त बतो आं ज़ात के दर पर्दा निहां […]
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