Ghause Azam Samne Aajaiye Lyrics | ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए

Ghause Azam Samne Aajaiye Lyrics
ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए

 

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Ghause Azam Ko Bana Kar Apna Peer..
Dastgeer
La-takhaf Ki Chhaoñ Me So Jaiye…Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

 

De Raha Hai Ik Sada Munkar-Nakeer Daaro Geer
Aashiqan e Ghaus Mat Ghabraiye ..Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Meerañ, Meerañ, Meerañ, Meerañ

Shah Banne Ka Agar Arman Hai ..Yani Hai
Ghause Azam Ke Gada Ban Jaiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Jodkar Rishta Muhaiyudeeñ Ke Saath.. Pee Ke Saath
Saath Bakhshish Ki Sanad Bhi Paiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Ek Dar Unka Mila To Sab Mila.. Rab mila
Dar-badar Ki Thokreñ Kyuñ Khaiye..Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Qadri Ban Ne Ka Matlab Hai Yehi.. Hañ Yehi
Naam Apna Khuld Me Likhwaiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

(Aañkh Murshid Se Apne Milakar Piyo
Khud Pilane Pe Saaqi Hai Jeelan Ka)

Qadri Maikhana Har Dam Hai Khula.. Barmala
Peejiye Auroñ Ko Bhi Pilwaiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Mil Gaya Hai Ghaus Ka Khane Karam .. Kya Hai Gham
Unke Tukde Unka Sadqa Khaiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye

Meerañ, Meerañ, Meerañ

Ae Jamaali Ghause Azam Haiñ To Bas.. Pesh o Pas
Sarkashane Waqt Ko Batlaiye.. Aaiye

Ghause Azam Samne Aajaiye… Aaiye
Be-Sukooni Ki Dawa Farmaiye…Aaiye


ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए

बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये

ग़ौसे आज़म को बनाकर अपना पीर… दस्तगीर
ला-तख़फ़ की छाओं में सो जाइए… आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

दे रहा है इक सदा मुनकर-नकीर.. दारोगीर
आशिक़ाने ग़ौस मत घबराईए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

मीरां, मीरां, मीरां, मीरां

शाह बनने का अगर अरमान है… आइए
ग़ौसे आज़म के गदा बन जाईए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

जोड़कर रिश्ता मुहईयुद्दीं के साथ… पी के साथ
साथ बख़्शिश की सनद भी पाईए… आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

एक दर उनका मिला तो सब मिला.. रब मिला
दर-बदर की ठोकरें क्यूं खाईए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

क़ादरी बनने का मतलब है यही.. हां यही
नाम अपना ख़ुल्द में लिखवाईए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

(आंख मुर्शिद से अपने मिलाकर पियो
खुद पिलाने पे साक़ी है जीलान का)

क़ादरी मयखाना हरदम है ख़ुला.. बरमला
पीजिए औरों को भी पिलवाईए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

मिल गया है ग़ौस का खाने करम.. क्या है ग़म
उनके टुकड़े उनका सदक़ा खाइए.. आइए

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

मीरां, मीरां, मीरां, मीरां

ऐ जमाली ग़ौसे आज़म हैं तो बस.. पेश-ओ-पस
सर्कशाने वक़्त को बतलाइए.. आइए नज़र

ग़ौसे आज़म सामने आ जाइए.. आइए
बे-सुकूनी की दवा फ़रमाईये.. आइए

Manqabat Khwan: Mahmood Raza Qadri & Hasan Raza Qadri


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