तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

Tere Karam Se Mere Chaman Meiñ Bahar Hai Lyrics
तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

Qawwal : Ghulam Sabir Ghulam Waris

English Lyrics

तेरी नज़र से दिल को सुकूं है क़रार है

तेरी नज़र से दिल को सुकूं है क़रार है
तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

 

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

 

शर्मिंदा कर रही है मेरी हर ख़ता मुझे

तस्कीन दे रहा है करम आपका मुझे

मैं हक़्क़े बंदगी ना अदा कर सका कभी

लेकिन तेरे करम ने नवाज़ा सदा मुझे।

 

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

 

दुनिया खिलाफ हो ये शिकायत नहीं मुझे
तेरे सिवा किसी की ज़रूरत नहीं मुझे

 

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख़्वाजा मुईन
तेरे .. ख़्वाजा मुईन

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

 

औरों को जो मिला है मुक़द्दर से मिला है
हमको तो मुक़द्दर भी तेरे दर से मिला है

 

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख़्वाजा मुईन
तेरे .. ख़्वाजा मुईन

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

 

ख्वाजा जी मोरे ख्वाजा,

तेरा दीदार दीदार ए इलाही पाया जाता है
तेरे कूचे से जो गुजरा यक़ीनन बख़्शा जाता है

 

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख़्वाजा मुईन
तेरे .. ख़्वाजा मुईन

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है

 

तुम मुझे देता है ख्वाजा तो काम चलता है
तेरे टुकड़ों पे मेरा खानदान पलता है

 

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख़्वाजा मुईन
तेरे .. ख़्वाजा मुईन

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

 

ख्वाजा जी मोरे ..

तुम्हारा तज़करा तकमील-ए-ईमां की गवाही है
तुम्हारी क़ुव्वतें हैं क़ुव्वतें ज़ात-ए-इलाही की

ज़मानत तुमने ली है हश्र में आलम पनाही की
तुम्हारा नाम लेना ही सनद है बेगुनाही की

 

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख़्वाजा मुईन
तेरे .. ख़्वाजा मुईन

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है ..

 

ख़्वाजा जी मोरे ..

तुम्हारी चश्मे करम हो तो काम हो जाए
अदा से देख लो क़िस्सा तमाम हो जाए।

करम इधर भी ओ मस्त ए ख़िराम हो जाए
शराब-ए-दीद से लबरेज़ जाम हो जाए।

तुम्हारे दर पे मैं करता हूं इसलिए सजदे
न जाने कौन से सजदे में काम हो जाए।

ग़ुलामी तेरे संग ए दर की हो नसीब जिसे
तो उस ग़ुलाम की दुनिया ग़ुलाम हो जाए

 

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है …

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है ..

 

आ .. ख़्वाजा जी, ख़्वाजा जी,

अल्लाह का वली है कोई ज़ीं वक़ार है
रह़मत बरस रही है यह किस का मज़ार है

रह़मत बरस रही है यह किस का मज़ार है ..

 

या गरीब नवाज़..

हम आ गए कहां पे ये किसका दयार है
पहलू से दिल पुकारा, यही कू-ए-यार है।

पहलू .. ख़्वाजा मुईन..
पहलू .. ख़्वाजा मुईन

पहलू से दिल पुकारा, यही कू-ए-यार है। ..

 

या गरीब नवाज़ ..

है बदनसीब वोह जिसे ग़म ना-गवार है
ये तो दलीले रहमते परवरदिगार है।

ये तो.. ख़्वाजा मुईन
ये तो.. ख़्वाजा मुईन
ये तो.. ख़्वाजा मुईन

ये तो दलील-ए रहमते परवरदिगार है ..

 

या गरीब नवाज़,

महशर में सब के हाथ में है नामा-ए-अ़माल ..

 

या गरीब नवाज़,
जो मुझे देखता है, नाम तेरा लेता है
मैं तो खामोश हूं निस्बत मेरी खामोश नहीं।

 

महशर में सब के हाथ में है नामा-ए-आमाल
लो देखो, मेरे हाथ में तस्वीर-ए-यार है।

लो देखो .. ख़्वाजा मुईन
लो देखो .. ख़्वाजा मुईन
लो देखो .. ख़्वाजा मुईन

लो देखो, मेरे हाथ में तस्वीर-ए-यार है …

 

या गरीब नवाज़,

मासूमियत तो देखिए मेरे हुज़ूर की
लोगों से पूछते हैं ये किसका मज़ार है।

लोगों से पूछते हैं ये किसका मज़ार है ..

 

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है ..

तेरे .. तेरे करम से
तेरे .. तेरे करम से

तेरे .. ख्वाजा जी मियां
तेरे .. ख्वाजा जी पिया
तेरे ..ख्वाजा मोईन

तेरे .. तेरे करम से

तेरे करम से मेरे चमन में बहार है ..
तेरे करम से मेरे चमन में बहार है ..

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Hindi And English lyrics

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