असीरों के मुश्किल कुशा | Aseeron Ke Mushkil Kusha Hindi

असीरों के मुश्किल कुशा ग़ौस ए आज़म, फ़क़ीरों के हाजत रवा.., Aseeron Ke Mushkil Kusha Ghous e Azam Hindi Lyrics | Zauq e Naat Lyrics Hindi


असीरों के मुश्किल कुशा ग़ौस ए आज़म

 

असीरों के मुश्किल कुशा ग़ौस ए आज़म
फ़क़ीरों के हाजत रवा ग़ौस ए आज़म

 

घिरा है बलाओं में बंदा तुम्हारा
मदद के लिए आओ या ग़ौस ए आज़म

 

तेरे हाथ में हाथ मैंने दिया है
तेरे हाथ है लाज या ग़ौस ए आज़म

 

मुरीदों को ख़तरा नहीं बहरे ग़म का
के बेड़े के हैं ना ख़ुदा ग़ौस ए आज़म

 

तुम्ही दुख सुनो अपने आफ़त-ज़दों का
तुम्हीं दर्द की दो दवा ग़ौस ए आज़म

 

भंवर में फंसा है सफ़ीना हमारा
बचा गौसे आज़म बचा ग़ौस ए आज़म

 

जो दुख भर रहा हूं जो ग़म सह रहा हूं
कहूं किससे तेरे सिवा ग़ौस ए आज़म

 

ज़माने के दुःख दर्द की, रंज ओ ग़म की
तेरे हाथ में है दवा ग़ौस ए आज़म

 

अगर सल्तनत की हवस हो फ़क़ीरो
कहो शैएनिल्लाह या गौसे आजम

 

निकाला है पहले तो डूबे हुओं को
और अब डूबतों को बचा गोसे आजम

 

जिसे ख़ल्क कहती हैं प्यारा ख़ुदा का
उसी का है तू लाडला गोसे आजम

 

किया ग़ौर जब 11वीं 12वीं में
मुअ़म्मा यह हम पर खुला ग़ौस ए आज़म

 

तुम्हें वस्ल है, फ़स्ल है शाह ए दीं से
दिया हक़ ने ये मरतबा ग़ौस ए आज़म

 

फंसा है तबाही में बेड़ा हमारा
सहारा लगा दो ज़रा ग़ौस ए आज़म

 

मशायिख़ जहां आएं बह्र ए गदाई
वोह है तेरी दौलत-सरा ग़ौस ए आज़म

 

मेरी मुश्किलों को भी आसान कीजे
के हैं आप मुश्किल कुशा गौसे आजम

 

वहां सर झुकाते हैं सब ऊंचे ऊंचे
जहां है तेरा नक़्श-ए-पा ग़ौस ए आज़म

 

क़सम है के मुश्किल को मुश्किल न पाया
कहा हमने जिस वक़्त या गौसे आजम

 

मुझे फेर में नफ़्स ए काफ़िर नै डाला
बता जाइए रास्ता ग़ौस ए आज़म

 

खिला दे जो मुरझाई कलियां दिलों की
चला कोई ऐसी हवा ग़ौस ए आज़म

 

मुझे अपनी उल्फ़त में ऐसा गुमा दे
न पाऊं फिर अपना पता ग़ौस ए आज़म

 

बचा ले ग़ुलामों को मजबूरियों से
के तू अब्द ए क़ादिर है या गौसे आज़म

 

दिखा दे ज़रा मेहर ए रुख़ की तजल्ली
के छाई है ग़म की घटा गौसे आजम

 

गिराने लगी है मुझे लग़ज़िश-ए-पा
संभालो ज़ईफ़ों को या गौसे आजम

 

लिपट जाएं दामन से उसके हजारों
पकड़ ले जो दामन तेरा गोसे आजम

 

सरों पे जिसे लेते हैं ताज वाले
तुम्हारा क़दम है वोह या गौसे आजम

 

दवाए निगाहे अ़ताए सख़ाए
के शुद दर्द-ए-मा ला-दवा ग़ौस ए आज़म

 

ज़े हर रू ओ हर राह रूयम बगिरदां
सूए ख़्वेश रा हम नुमा ग़ौस ए आज़म

 

असीर ए कमंद ए हवा-यम करीमा
ब बख़्शाए बर हाल-ए-मा ग़ौस ए आज़म

 

फ़क़ीर-ए-तो चश्म-ए-करम अज़ तो दारद
निगाहे ब-हाल-ए-गदा ग़ौस ए आज़म

 

गदायम मगर अज़ गदायान ए शाहे
के गोयंद अहल ए स़फ़ा ग़ौस ए आज़म

 

कमर बस्त बर ख़ून-ए-मन नफ़्स-ए-क़ातिल
अग़िस़नी बराए ख़ुदा ग़ौस ए आज़म

 

अधर में पिया मोरी डोलत है नैया
कहूं का से अपनी बिपा ग़ौस ए आज़म

 

बिपत में कटी मोरी सगरी उमरिया
करो मो पे अपनी दया ग़ौस ए आज़म

 

कहे किस से जाकर ‘हसन’ अपने दिल की
कहूं मोरी नगरी में आ ग़ौस ए आज़म


Urdu, Hindi And English lyrics

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